abhi jo UDZ me pitline ban rahi he wo bhi umra me banna tha par bridges vagerah banne k bad bhi wo line ni dali gai kyoki ye line dal dete to road transporter ko fayda kese hota.. Ye news dekho
पुलों/छोटी पुलियाओं के निर्माण के
बावजूद उमरड़ा रेलवे स्टेशन को रेलवे ने
ब्रॉडगेज से नहीं जोड़ा, जिसके कारण वर्ष
2001...
more... से रॉक फास्फेट झामर कोटड़ा से
ट्रकों द्वारा देबारी रेलवे स्टेशन तक ले
जाना पड़ रहा है।
अगर आरएसएमएम 118 करोड़ रुपए
उदयपुर-हिम्मतनगर लाइन के देता तो न
सिर्फ मेवाड़ के
लोगों का सपना पूरा हो जाता बल्कि अब
तक झामर कोटड़ा से उमरड़ा के बजाय
देबारी तक रोड ट्रांसपोर्ट से रॉक
फास्फेट ले जाने पर हुआ खर्च
भी आधा होता। जाहिर है कि रेलवे और
आरएसएमएम ट्रांसपोर्ट माफिया के
दबाव में काम कर रहा है।
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