गोंडा में पैसेंजर ट्रेनों की होगी मरम्मत
24 करोड़ से गोंडा रेलवे यार्ड में बनेगी वाशिंग पिट लाइन
अमर उजाला ब्यूरो
गोंडा। मालगाड़ियों की ही तरह अब गोंडा में पैसेंजर ट्रेनों की भी धुलाई और मरम्मत का काम होगा। इसके लिए 24 करोड़ रुपये की लागत से वाशिंग पिट लाइन का निर्माण रेलवे स्टेशन के यार्ड में किया जाएगा। इससे गोंडा से चलने वाली...
more... पैसेंजर ट्रेनों की धुलाई और मरम्मत आदि का काम यहां आसानी से हो सकेगा। ऐसा होने से लोगों को पैसेंजर ट्रेनों की गंदगी से निजात मिलेगी, वहीं रेलवे की ओर से वाशिंग पिट लाइन में काम के लिए अलग से 700 रेलकर्मियों की तैनाती भी की जाएगी। इसके प्रस्ताव को रेलवे बोर्ड ने स्वीकृति दे दी है।
गोंडा रेलवे स्टेशन पर मालगाड़ियों की धुलाई के लिए 35 करोड़ रुपये की लागत से होने वाला ओआरएच डिपो का काम बीते तीन सालों से चल रहा है। इसके लिए निर्माण की लागत का एक चौथाई पैसा रेलवे ने भेज भी दिया है। इसके बावजूद निर्माण कार्य की गति में कोई तेजी नहीं आ रही। इससे मालगाड़ियों की मरम्मत और उनकी धुलाई का काम अभी यहां शुरू नहीं हो पाया है। ऐसे में मालगाड़ियों को मरम्मत व धुलाई इत्यादि के लिए अब भी रेलवे प्रशासन को इन्हें गोरखपुर, लखनऊ आदि बड़े स्टेशनों पर भेजा जाता है। लेकिन जब इसका काम यहां शुरू हो जाएगा तो इससे मालगाड़ियों को बाहर भेजने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
17 बोगी वाली पैसेंजर ट्रेनों की होगी धुलाई
यार्ड में होने वाले वाशिंग पिट लाइन के निर्माण से पैसेंजर ट्रेनों को भी धुलाई व मरम्मत के लिए बाहर नहीं भेजना होगा। 17 बोगी वाली पैसेंजर ट्रेनों की मरम्मत से लेकर उनकी धुलाई का सारा काम गोंडा यार्ड में होगा। इससे गोंडा-लखनऊ, गोंडा-गोरखपुर, गोंडा-सीतापुर के साथ ही गोंडा-बलरामपुर बड़ी लाइन पर चलने वाली पैसेंजर ट्रेनों की धुलाई व मरम्मत में सहूलियत मिलेगी। यात्रियों को ट्रेनों में पानी की भी किल्लत से नहीं जूझना पड़ेगा।
मुहैया होगा रोजगार
रेल अधिकारियों की मानें तो गोंडा रेलवे यार्ड में होने वाले वाशिंग पिट लाइन के निर्माण में काम करने के लिए 700 रेलकर्मियों की भर्ती की जाएगी। इससे लोगों को रोजगार के भी अवसर मुहैया होंगे।
रेलकर्मियों की होगी तैनाती