रेलसेवा को बेहतर बनाने के लिए रेलवे द्वारा डीजल इंजनों द्वारा संचालित ट्रेनों की बजाय इलेक्ट्रिक ट्रेन दौड़ाने की कवायद तेज हो गई है। इलेक्ट्रिक ट्रैक के लिए मास्ट लगाने का काम अपने लगभग अंतिम चरण में है।
रेवाड़ी से हिसार तक इलेक्ट्रानिक रेलवे ट्रैक तैयार की जाने वाली योजना का काम हांसी तक पहुंच चुका है। जानकारी के मुताबिक इस साल के आखिरी तक हिसार तक लाइनों के विद्युतीकरण का काम पूरा कर लिया जाएगा। इसके लिए ब्राइट पावर प्रोजेक्ट इंडिया लिमिटेड नामक फर्म द्वारा किया जाने वाला सिविल कार्य 70 प्रतिशत, मास्ट लगाने का कार्य 40 प्रतिशत और वायरिंग वर्क लगभग 30 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है। इन मास्टों में फिट की जाने वाली तारों में 25 हजार...
more... वोल्ट का करंट दौड़ेगा। कार्य पूरा हो जाने के बाद रेलवे इलेक्ट्रिफिकेशन के अधिकारियों द्वारा निरीक्षण पूरे ट्रैक का निरीक्षण किया जाएगा। इसके बाद इन ट्रैकों में इलेक्ट्रानिक ट्रेनें संचालित की जाएंगी।
^इलेक्ट्रिक ट्रैक तैयार करने का काम हांसी शहर तक पहुंच चुका है।शहर से इलेक्ट्रिक ट्रेनें दौडऩे लगेंगी। यह काम इसी साल पूरा होने की उम्मीद है।'' -महेंद्रसिंह मीणा, स्टेशन मास्टर, हांसी
^काम काफी तेज चल रहा है। अगर इसी रफ्तार से काम चलता रहा तो हम साल के आखिरी तक हिसार तक ऐसा ट्रैक बनाने का टारगेट पूरा कर लेंगे'' -अमित कुमार,सीनियर इलेक्ट्रिक इंजीनियर
दो वर्ष में तैयार होना है पूरा रेल ट्रैक
ब्राइटपावर प्रोजेक्ट इंडिया लिमिटेड द्वारा पिछले साल फरवरी से कार्य शुरू किया था। कार्य पूरा करने की अवधि लगभग दो वर्ष की थी। टारगेट मार्च तक हांसी तक पहुंचने का था। कंपनी ने अपना टारगेट एक महीने पहले पूरा कर लिया। साल के आखिरी तक वह हिसार तक इलेक्ट्रिक ट्रैक बिछाने का टारगेट पूरा होने की उम्मीद है। यह प्रोजेक्ट मानहेरू से हिसार तक इलेक्ट्रिक ट्रैक तैयार करने का है। रेवाड़ी से हिसार तक लाइन तैयार की जाएगी। जिनमें लगभग 36000 मास्ट लगाए जाएंगे। हांसी शहर में मास्ट लगाने का काम शुरू भी कर दिया गया है। समय से पहले शुरू हुआ है तो खत्म भी पहले ही होने की उम्मीद है।