वर्तमान मीटरगेज रेलवे ट्रैक पर ही बनेगा ब्रॉडगेज।
सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी से खुलासा
भास्कर संवाददाता | सनावद
खंडवा से महू तक ब्रॉडगेज का काम 2019 तक पूरा होगा। यह मौजूदा मीटरगेज ट्रैक पर ही बनेगा। इसमें कोई परिवर्तन नहीं होगा। सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी में यह खुलासा हुआ है। जनमंच एवं स्टेशन सलाहकार...
more... समिति के सदस्य मनोज सोनी ने मीटरगेज और स्टेशन संबंधित बिंदुओं पर जानकारी मांगी थी।
जानकारी के मुताबिक खंडवा-महू व खंडवा-अकोला का पूरा प्रोजेक्ट 2019 तक पूरा होगा। इसका काम 2008-09 में शुरू हुआ है। गत वर्ष खंडवा-सनावद गेज परिवर्तन के लिए एनटीपीसी से पश्चिम रेलवे को 487 करोड़ रुपए मिले हैं। इसके बाद इस साल के बजट में 150 करोड़ रुपए अतिरिक्त मिले हैं। इस प्रकार अब तक कुल 637 करोड़ रुपए मिले हैं। मीटरगेज के वर्तमान ट्रैक को ही ब्रॉडगेज में बदला जाएगा। रूट में कोई परिवर्तन नहीं होगा। अजंटी से तलवड़िया के बीच अतिरिक्त रेल लाइन डलेगी। यह पावर प्लांट से होते हुए खंडवा आउटर से निकल जाएगी। सनावद से महू के बीच अभी सर्वेक्षण चल रहा है। इसके पूरे होने के बाद ट्रैक की स्थिति स्पष्ट होगी। सनावद से खंडवा सिंगल ट्रैक रहेगा। यात्री गाड़ी एवं कोयला वेगन एक ही ट्रैक से निकलेंगे। खंडवा-अकोला ट्रैक के लिए अब तक 67.82 करोड़ रुपए ही मिले हैं।
ट्रैक के लिए स्लीपर आई
खंडवा-सनावद के बीच मीटर गेज को ब्राॅडगेज में परिवर्तित करने के लिए जमीनी स्तर का काम लगभग हो चुका है। ट्रैक पर डालने के लिए सीमेंट की नई स्लीपर आ चुकी है। इन्हें मीटरगेज ट्रैक के किनारे रखा गया है। वहीं इसके पूर्व मार्च में ही पटरियों की नपती कर इन्हें चिह्नांकित किया जा चुका है। रेलवे के एक कर्मचारी के अनुसार पुरानी पटरियों को रतलाम मंडल भेजा जा सकता है। इसलिए इन पर मार्किंग की गई है। वहीं सूचना के अधिकार के तहत खंडवा-महू के बीच निर्माण के दौरान ब्लाक की स्थिति, मोरटक्का पर नया पुल और अन्य पुल-पुलियाओं की जानकारी नहीं दी गई है। खंडवा-अकोला के बीच ब्लाक लेने, काचीगुड़ा तक विस्तार करने के संबंध में प्रश्नों को टाल दिया है।
ब्राडगेज ट्रैक के लिए आई नई स्लीपर।