सुल्तानपुर से गोवा वाया आगरा एक रोमांचक अद्भुत सफर [PART ONE] [भाग एक] [total four part ] [ कुल चार भाग ]
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इस यात्रा की तैयारी ट्रेन की ARP खुलने से पहले ही शुरू हो गई थी , ट्रिप पर करीब 10 रैलफंन साथ चलने वाले थे जो की गोवा एक्सप्रेस ले कर मडगांव जाने वाले थे ,हमने मंगला-केरल संपर्क क्रंति-गोवा राजधानी जैसी ट्रैन के बीच काफी बहस के बाद आखिर में गोवा एक्सप्रेस में टिकट निकालने की सहमति बनाई , ARP पर लगभग सभी की टिकट गोवा एक्सप्रेस में बन चुकी...
more... थी जिसमे किसी ने AC लिया और किसी ने स्लीपर , कोई दिल्ली से ट्रेन लेने वाला था कोई आगरा ,कोई झांसी तो कोई भोपाल , मैंने भी ARP के दिन अपनी टिकेट रैलफंन एडमिन अब्बास जाफ़री जी के साथ आगरा से स्लीपर क्लास में निकाली , पहले से तय प्लान के मुताबिक मैं सुल्तानपुर से लखनऊ वरुणा एक्सप्रेस तथा लखनऊ से झांसी राप्ती सागर से जाने वाला था , पर जैसा आपको पता है टिकट ARP पे निकली थी तो 4 महीने का समय बाकि था , जैसे जैसे तारीख करीब आती गई हममें वैसे वैसे यात्रा को ले के उत्साह बढ़ता गया , इसकी के बीच जैसा की पहले से लग रहा था अचानक एक बड़े रैलफंन ने अपने प्लान में बदलाव किया तथा किन्ही निजी कारणों से वो अब हमारे साथ नहीं आने वाले थे और उन्होंने अपना अलग प्लान बनाया , बस इसके बाद गोवा एक्सप्रेस से जाने वाले यात्रिओ में बिल्कुल हड़बड़ी मच गई , लगभग सभी सहयात्री अब दूसरे किसी जरिये से गोवा जाने के लिए अलग प्लानिंग में लग गए तथा कुछ ने यात्रा ही रद्द कर दी , किन्तु इस वजह से मेरा और अब्बास जाफ़री जी का गोवा एक्सप्रेस से ही मडगांव जाने का इरादा और मजबूत होता गया , बाकि के सह-यात्री वो बड़े रैलफंन के प्लान बदलने और हड़बड़ी के बाद यात्रा के आखिरी हफ्ते में करीब 5लोग बाकि थे ,किँतु वो बड़े रैलफने के यात्रा में ना शामिल होने के वजह से वो भी काफी घबड़ाये हुए थे और आखिर तक वैकल्पिक मार्ग से यात्रा करने के लिए कुछ ना कुछ ढूढने में लगे रहे ,अंत में कुछ यात्री ने लंबी चैन बनाई और कुछ ने हवाई यात्रा करने का फैसला किया और यात्रा के दो दिन पहले 10रैलफंस के जगह अब हम दो रैलफंन ही बाकि रह गए थे , खैर जब वो बड़े रैलफंन ने अपनी यात्रा प्लान बदला किया हम तबसे ही मान के चल रहे थे की अब हम 10 के जगह केवल दो ही रहेंगे इसलिए इस से हमारी यात्रा पर ज्यादा फ़र्क नहीं पड़ा , खैर ये सब होने के बाद मैंने भी अपना प्लान बदल के झाँसी जाने के जगह आगरा से जा के ट्रैन पकड़ने का फैसला लिया , जिसके लिए मैंने करीब 25दिन पहले मरुधर एक्सप्रेस के 3a में 12wl लिया , पर वो टिकेट धोखा दे गया और चार्ट बनने के बाद 4wl पर रुक गया , इस हताशा के बाद भी मैंने मरुधर से ही आगरा जाने का फैसला लिया और जनरल टिकट ले कर उसमें सवार हो गया , TTE ने पहले तो मना किया ले चलने से पर बाद में वो बोला की लखनऊ के बाद बतायेगा , लखनऊ तक यात्रा शांति से बीती किन्तु ट्रैन लखनऊ से फुल थी इसलिए उसके बाद से कोच अटेंडे के पास बैठना पड़ा , काफी दिक्कत के बाद आखिर कानपूर आउटर पर B2 में एक लोअर सीट मिली जो की tte के काफी पीछे लगने और काफी बार कहने के बाद मिल पाई एकदम आखिर में ,खैर सीट की भाग दौड़ के बाद काफी थकान हो चुकी थी इसलिए कानपूर से निकलने के बाद आँख लग गयी पर ट्रेन जब रूरा रुकी तो आँख वापिस खुल गई और ये अंदाज लगा की जरूर कोई ओवरटेक है ,मैं बाहर गया तो प्रयागराज कानपूर की तरफ जाती दिखी और उसके बाद पटना राजधानी और पटना संपूर्ण क्रंति ने हमें ओवरटेक किया , उसके बाद हमारी ट्रेन रवाना हुई और फिर सोने के बाद मेरी आँख करीब सुबह 7 बजे टूंडला आउटर पे खुली ,टूंडला से आगरा रूट पर दिन के समय यह मेरी पहली यात्रा थी इसलिए मैं उठा गया था और खिड़की की सीट पे बैठा था ,, ट्रैन अभी करीब 2घंटे विलम्ब से चल रही थी , क़रीब 8:25 पर मेरी ट्रैन आगरा फ़ोर्ट पहुँची जहा ट्रैन को WAP5 #30001 के स्थान पर WDP4D दिया गया , अगला स्टॉप था आगरा ईदगाह जहाँ मुझे उतरना था , वहा पर अब्बास जाफ़री जी मेरा पहले से ही इंतज़ार कर रहे थे , ट्रैन से उतरने के बाद मैं सीधा उनसे मिला और उनके साथ उनके घर के तरफ निकल गया कियुकी हमारी अगली ट्रेन शाम 5 बजे के करीब थी ........ To be continue in next post
1. TTE of marudhar express trying to find seat for me
2. RURA TUNDLA side
3. RURA Kanpur side
4. WAP5 #30001 Going AF trip shed after completing its duty with my train
5. train board of Marudhar(old pic)
6. Goa express train board