बाद पर्यावरण एवं वन मंत्रालय ने चूरू-सीकर ब्रॉडगेज ट्रैक पर फतेहपुर के पास रोके गए काम को शुरू करने की अनुमति दे दी है। इसके साथ करीब 9 महीने से फतेहपुर के पास अटका हुआ 6 किमी दूरी में ब्रॉडगेज का काम अगले सप्ताह से फिर शुरू कर दिया जाएगा। इसके शुरू हो जाने से चूरू-सीकर ब्रॉडगेज ट्रैक पर जल्दी ही ट्रेन चलने की संभावना बढ़ गई है।
करीब 9 महीने पहले वन विभाग ने फतेहपुर के पास 6 किमी क्षेत्र की भूमि को वन भूमि बताते हुए ब्रॉडगेज ट्रैक के काम को रुकवा दिया था। इसके बाद मामला पीएमओ तक पहुंच गया। 28 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो काॅन्फ्रेसिग के जरिये राज्य के मुख्य सचिव व वन एवं...
more... पर्यावरण मंत्रालय के आला अधिकारियों को रोके गए काम को शुरू करवाने के निर्देश दिए। इसके बाद इसी महीने के पहले सप्ताह में दिल्ली से आईजी फोरेस्ट ने अधिकारियों के साथ फतेहपुर के पास मौका निरीक्षण किया।
रेलवे के अधिकारियों ने आईजी फोरेस्ट को बताया कि रेलवे हटाई गई मीटर गेज की जगह पर ही ब्रॉडगेज ट्रैक डाल रहा है। रेलवे की यह लाइन 1923 से डाली हुई है। इसलिए मीटर गेज से ब्रॉडगेज में परिवर्तन के लिए 1980 में लागू हुआ डायवर्जन का फार्मूला लागू नहीं होता। रेलवे के अधिकारियों का मानना है कि इसके बाद रेलवे के काम में कोई रुकावट नहीं है।
इसलिए अटका काम
फतेहपुर इलाके में वन भूमि विवाद के कारण सीकर-चूरू मार्ग पर ब्रॉडगेज का काम 9 महीने से अटका हुआ था। यहां वन विभाग छह किलोमीटर इलाके के ट्रेक पर अपनी भूमि होने का दावा कर रहा था, जबकि रेलवे अधिकारियों का तर्क है कि मीटर गेज पटरी 1923 से यहीं बिछी हुई है।
ये है कार्यक्रम
- 2007 को जयपुर-सराय रोहिल्ला-चूरू वाया सीकर ब्रॉडगेज प्रोजेक्ट मंजूर हुआ।
- 2015 15 नवंबर को सीकर चूरू ट्रैक पर गाड़ी का संचालन बंद किया गया।
- 2015 : 16 नवंबर से पटरियां उखाड़ने और नई डालने का काम।
- 2016 15 नवंबर को सीकर-जयपुर ट्रैक बंद होगा।
- 2016 मार्च में चूरू-सीकर ब्रॉडगेज ट्रेन चलाने की योजना।
अगले साल मार्च में चूरू-सीकर ट्रैक पर दौड़ने लगेगी ट्रेन
चूरू-सीकर ट्रैक के पास अन्य काम लगभग पूरे हो गए हैं। रेलवे बिल्डिंग, सिग्नल व अंडरब्रिज के काम को अंतिम रूप देने में रेलवे के अधिकारी जुटे हुए हैं। पिछले दिनोें रेलवे के सीईओ ललित कपूर ने बिसाऊ-चूरू रेलवे स्टेशन पर काम का निरीक्षण किया था। अधिकारियों का कहना है कि मार्च 2017 में चूरू-सीकर ट्रैक पर ट्रेन दौड़ने लग जाएगी।
15 नवंबर को बंद हो जाएगा जयपुर-सीकर ट्रैक
उत्तर पश्चिम रेलवे ने निर्णय किया है कि 15 नवंबर से जयपुर-सीकर ट्रैक पर ट्रेनों का संचालन बंद किया जाए। 320 िकमी लंबे इस ट्रैक पर आमान परिवर्तन के काम को पूरा होने में लगभग दो साल लगेंगे। चूरू-सीकर में काम चल रहा है। अब जयपुर-सीकर के बीच काम शुरू होगा।
यह होगा फायदा
मुंबई, चेन्नई व कोलकाता से जुड़ेगा चूरू : चूरू-सीकर ब्रॉडगेज ट्रेन शुरू होने के बाद चूरू जंक्शन सीकर से जयपुर, मुंबई, चेन्नई व कोलकाता से जुड़ जाएगा। जम्मू, पंजाब, हरियाणा व दिल्ली से ये पहले ही जुड़ा हुआ है। इस ट्रैक के शुरू हो जाने से हनुमानगढ़ से जयपुर जाने वाले यात्री भी वाया चूरू होकर जा सकेंगे।
व्यापार से खुलेंगे तरक्की के रास्ते : महानगरों से संपर्क बढ़ने से तरक्की के रास्ते खुलेंगे। ब्रॉडगेज लाइन से व्यापार आसान होगा।
आधे समय में होगी पहुंच : चूरू से सीकर का अब जो सफर दो से ढाई घंटे का है, वह कम होकर एक से सवा घंटे का रह जाएगा, क्योंकि इस ट्रैक पर ट्रेन 100 से अधिक की स्पीड में दौड़ेंगी।
दिसंबर तक पूरा होगा बकाया ट्रैक
चूरू-सीकर ट्रैक पर फतेहपुर के पास भूमि का मामला सुलझ जाने के बाद अब रेलवे बकाया काम को पूरा करने में जुट गया है। अधिकारियों का कहना है कि ट्रैक का काम दिसंबर तक पूरा होने की संभावना है। वन विभाग क्लियरेंस मिलने के बाद रेलवे के अधिकारी उत्साहित हैं।
उप रेलवे सीपीआरओ तरूण जैन ने बताया कि वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने कुछ कंडीशन के साथ रेलवे को फतेहपुर बीहड़ में ट्रैक बिछाने की अनुमति दे दी है। चूरू-सीकर ट्रैक पर मार्च 2017 में ट्रेन काे शुरू करने की योजना है।
सीकर डीएफओ राजेंद्र हुड्डा ने बताया कि सोमवार को ऑफिस जाने के बाद ही कुछ बता सकूंगा। फिलहाल हमें कोई लिखित सूचना नहीं मिली है। हालांकि पर्यावरण एवं वन मंत्रालय की टीम ने पिछले दिनों निरीक्षण किया।