माननीय रेल मंत्री और उनके अधिकारी लगता है आय ना बढ़ने से मानसिक रूप से असंतुलन का सामना कर रहे हैं। उन्हें समझ ही नहीं आ रहा की ऐसा क्या करें की आय बढे। बस इसी खीज में जो मन में आ रहा वो कर रहे है, बिना इस बात की चिंता किये की इसका परिणाम क्या होगा । एक तो पहले 20 प्रतिशत अधिक किराया, और ऊपर से फ्लेक्सी ? भारतीय जनता इतनी भी बेवकूफ नहीं की वो कुछ ज्यादा फीचर्स वाले वातानुकूलित श्रेणी में जायेगी। जब तक ये मुफ्त की सेवा जो रेलवे दे रहा, ये लूट खसोट मची रहेगी रेलवे में और आय कभी नहीं बढ़ेगी।