नई दिल्ली। देश की पहली तेजस एक्सप्रेस के मुंबई से गोवा के बीच चलने से पहले ही उसके कोचों की खिड़कियों के शीशे लोगों ने तोड़ दिए। ट्रेन के कोचों को किन लोगों ने नुकसान पहुंचाया, यह फिलहाल साफ नहीं है।
रेल मंत्री सुरेश प्रभु सोमवार को हरी झंडी दिखाकर इसे मुंबई से रवाना करेंगे। तेजस एक्सप्रेस के रैक को पहली यात्रा के लिए शनिवार को दिल्ली से मुंबई के लिए रवाना किया गया था।
लेकिन, इस दौरान लोगों ने उसके कोचों के शीशे क्षतिग्रस्त कर दिए। हालांकि, इस घटना को मध्य रेलवे...
more... के महाप्रबंधक डीके शर्मा ज्यादा गंभीर नहीं मानते।
उनका कहना है पहली औपचारिक यात्रा से पहले इसे ठीक कर लिया जाएगा। बता दें कि इस ट्रेन को चलाने की घोषणा बजट में की गई थी और इसे जल्द ही दिल्ली-चंडीगढ़ और दिल्ली-लखनऊ मार्ग पर भी चलाया जाएगा।
कपूरथला कोच फैक्ट्री में निर्मित इस ट्रेन के कोच अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस हैं। पूरी तरह वातानुकूलित इस ट्रेन की हर सीट पर मनोरंजन के लिए एलसीडी स्क्रीन्स दी गई हैं।
इन पर यात्री पैसेंजर लिस्ट के अलावा फिल्में भी देख सकेंगे। इसमें स्वचालित दरवाजे (ऑटोमैटिक डोर) और पूरी तरह बंद गैंगवे (डिब्बों को जोड़ने वाला रास्ता) होंगे।
टे्रन में रोशनी के लिए ऊर्जा की बचत करने वाली एईडी का इस्तेमाल किया गया है। इसके अलावा ट्रेन में सेंसर वाला पानी का टैप दिया गया है।
19 कोचों वाली इस ट्रेन में सीसीटीवी कैमरे, बायो वैक्यूम टॉयलेट, स्मोक एंड फायर डिटेक्शन सिस्टम और जीपीएस आधारित इन्फॉरमेशन डिस्प्ले सिस्टम भी लगाए गए हैं।
ट्रेन की सीटों को भी विमान की बिजनेस क्लास सीटों की तरह बनाया गया है। सीटें काफी आरामदेह हैं।
इसके अलावा ट्रेन में कर्मचारी को बुलाने के लिए बटन की सुविधा भी होगी। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने पहले कहा भी था कि तेजस भारत में रेल यात्रा के अनुभव को पुनःपरिभाषित करेगी।
ट्रेन में खान-पान की व्यवस्था का जिम्मा इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आइआरसीटीसी) को दिया गया है। अधिकारियों के मुताबिक, प्रत्येक कोच में चाय और कॉफी की वेंडिंग मशीनों के अलावा जलपान की मेज की भी व्यवस्था की गई है।
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