15 अगस्त से क्षिप्रा एक्सप्रेस को प्रतिदिन चलाने की घोषणा करने वाला रेलवे अपनी बात पर अमल नहीं कर पाया। इंदौर से वाया सागर होत...
more... class="reversehighlighted">े हुए हावड़ा के बीच सप्ताह में तीन दिन चलने वाली 22911/22912 क्षिप्रा एक्सप्रेस को 15 अगस्त से हर दिन चलाए जाना था, लेकिन सांसदों की चिट्ठी के कारण मामला अटक गया है। इसे चलते मंडल की ओर से भी ट्रेन के नोटिफिकेशन के लिए अभी हरी झंडी नहीं मिल पाई है। बताया जा रहा है कि सांसदों के मध्य निर्णय लेते हुए ट्रेन के रूट पर फैसला किया जाएगा।<br />क्षिप्रा एक्सप्रेस में विदिशा, सागर, दमोह, चित्रकूट सहित उत्तर प्रदेश-बिहार के यात्री सालभर सफर करते हैं। ट्रेन में जगह नहीं मिलने से लोगों को दोगुना किराया देकर बस से सफर करना पड़ता है। अभी यह ट्रेन सप्ताह में तीन दिन चलती है। लेकिन इसके सप्ताह के सातों दिन किया जाना था। इस संबंध में पहले ही घोषणा की जा चुकी हैं। बताया जा रहा है कि सागर सांसद लक्ष्मीनारायण यादव और दमोह सांसद प्रहलाद पटेल इस ट्रेन के लिए वाया दमोह, सागर होते हुए चलाए जाने के प्रस्ताव रखा हैं। जबकि जबलपुर राकेश सिंह और होशंगाबाद सांसद राव उदय प्रताप सिंह ने इसको जबलपुर-इटारसी रूट से सप्ताह में 4 दिन चलाए जाने का प्रस्ताव रखा है। इसके कारण अभी ट्रेन के नए समय का नोटिफिकेशन नहीं हुआ है। सांसद लक्ष्मीनारायण यादव ने बताया ट्रेन के रूट को लेकर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।<br />ट्रेनों के समय में होगा बदलाव<br />क्षिप्रा एक्सप्रेस के नियमित होने से ट्रेन के समय में बदलाव किया जाएगा। बताया जा रहा है कि चंबल व क्षिप्रा एक्सप्रेस अलग-अलग स्टेशन से अलग-अलग समय पर छूटती हैं, लेकिन माणिकपुर से हावड़ा पहुंचने तक इनका समय एक हो जाता है। इस कारण इस ट्रेन का समय निर्धारित नहीं हो पा रहा है। नए टाइम टेबल में इस ट्रेन के समय में बदलाव किया जाएगा। क्षिप्रा के रूट पर तीन दिन को छोड़कर अन्य ट्रेनें भी चलती हैं। क्षिप्रा को रोज चलाने पर कई स्टेशनों पर दूसरी ट्रेन की रनिंग प्रभावित होंगी। जिसके चलते इन ट्रेनों के समय में बदलाव होगा।