मैं किसी दूसरे रूट को दोष नहीं दूँगा लेकिन अधिकारियों का काम है कि सरकार ने कोई नई रेल लाइन बनाई है, करोड़ों रुपये खर्च किये हैं उन लाइन पर भी ट्रैन चलाना चाहिए ना कि उस रूट पर जिस पर पहले से ही ज्यादा ट्रैफिक लोड है।
आप देखिये कि एक स्टेशन से किसी दूसरे स्टेशन जाने के लिए किसी रूट से पहले से ही 10 से अधिक ट्रैन है और दूसरे रूट पर एक भी ट्रैन नहीं है अब एक नई ट्रैन चलने वाली है उसको भी रेलवे अधिकारी उसी रूट से फाइनल करेंगे जिस रूट पर पहले से ही 10 ट्रैन हैं
please wait...Translate to EnglishI won't blame any other route, but it is the duty of the officials that if the government has built a new railway line, crores of rupees have been spent, trains should also be run on those lines, not on the route which already has a high traffic load.
You see that there are already more than 10 trains from one station to another on a particular route, and not even one train on the other route. Now, a new train is going to run, and the railway officials will finalize it on the same route which already has 10 trains.