धनबाद की सबसे लोकप्रिय ट्रेन गंगा दामोदर एक्सप्रेस में यात्रा आरामदायक होने वाली है। गंगा दामोदर के सफर को सुहाना बनाने के लिए रेलवे बोर्ड ने धनबाद को चार नई एलएचबी कोचों वाली रेक की सौगात दे दी है। लेकिन एलएचबी कोच में पटना की सवारी के लिए यात्रियों को अभी इंतजार करना होगा। दरअसल पटना-गया रेलखंड (पीजी लाइन) पर एलएचबी कोच चलाने की अनुमति नहीं रहने के कारण यह यह पेंच फंसा है। एलएचबी कोचों वाली तीन नई रेक धनबाद पहुंच चुकी है। जबकि धनबाद यार्ड में जगह नहीं रहने के कारण एक एलएचबी रेक धनबाद डिवीजन के चिचाकी स्टेशन पर रखी गई है। लगातार प्रयासों से धनबाद को चमचमाती बोगियों वाली चार रेक तो मिल गए हैं, लेकिन पीजी लाइन में एलएचबी कोचों को कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी का जब तक सेक्शन नहीं मिलता तब तक गंगा दामोदर की किस्मत नहीं बलत सकती। इधर जसीडीह-झाझा मेन लाइन से भी...
more... नई रेक को पटना या उत्तर बिहार नहीं भेजा जा सकता, क्यों कि कुल्टी लिंक में भी एलएचबी कोच को सीआरएस सेक्शन नहीं मिला हुआ है।इसीआर ने शुरू किया सीआरएस सेक्शन का प्रयासबनावट अलग होने के कारण गंगा दामोदर की नई बोगियां धनबाद रेलवे यार्ड में सीआरएस सेक्शन की राह देख रही हैं। पूर्व मध्य रेलवे ने पूर्वी सर्किल के सीआरएस से पीजी लाइन में एलएचबी कोच दौड़ाने की स्वीकृति मांगी है। रेल अधिकारियों की मानें तो पहले गया से पटना के बीच एलएचबी कोच का ट्रायल किया जाएगा। जरूरी हुआ तो पीजी लाइन के कुछ प्लेटफार्मों में आंशिक फेरबदल के बाद ही सीआरएस सेक्शन देंगे।तो गंगा सतलज बदल सकता है भाग्यपीजी लाइन में पेंच फंसने के कारण नई रेक से गंगा सतलज लुधियाना एक्सप्रेस को चलाने की भी तैयारी चल रही है। हालांकि गंगा सतलज एक्सप्रेस को पूरी तरह एलएचबी कोच में बदलने के लिए धनबाद को छह रेक की जरूरत है। अभी तक धनबाद को चार रेक ही मिले हैं।