लखनऊ (ब्यूरो)। गोरखधाम एक्सप्रेस में जर्मन तकनीक से बने लिंक हॉफमैन बुश (एलएचबी) कोच लगाए जाएंगे। मौजूदा कोच के मुकाबले यह काफी हल्का और सुरक्षित होता है। दुर्घटना होने की स्थिति में कोच एक-दूसरे के ऊपर नहीं चढ़ते हैं।
पूर्वोत्तर रेलवे पहले ही कुशीनगर एक्सप्रेस में एलएचबी कोच लगा चुका है। अब गोरखधाम एक्सप्रेस में इसे लगाने की तैयारी है। रेलवे अफसरों के मुताबिक इसके लिए रेलवे बोर्ड को पत्र लिखकर डिमांड की गई है। बताया जा रहा है कि मार्च में ये कोच मिल जाएंगे। इन कोचों में अन्य साधारण कोच के मुकाबले अधिक सीटें होती हैं। फायरप्रूफ होने की वजह से इनमें आग नहीं लग सकती है। कोच में खाना ठंडा और गर्म करने समेत कई अन्य सुविधाएं भी होती...
more... हैं।
ये हैं एलएचबी कोच की विशेषताएं-
- मौजूदा कोच के मुकाबले एलएचबी कोच करीब 10 टन हल्का होता है।
- डिस्क ब्रेक के कारण यह सामान्य कोच के मुकाबले 300 मीटर पहले रुक जाता है।
- माइक्रो प्रॉसेसर से एसी कंट्रोल होता है। लिहाजा एसी फेल होने की समस्या काफी कम रहती है।
- मौजूदा कोच के ट्रैक पर चलते वक्त 100 डेसीबल को शोर होता है, जबकि इनमें 60 डेसीबल।
- शॉक एब्जॉर्बर की वजह से गाड़ी के चलने और रुकने के दौरान एचएलबी कोच में झटके कम लगेंगे