गजरौला से मोअज्जमपुर नारायण रेलवे स्टेशन तक ओवरहेड इलेक्ट्रिक तारों में रेलवे ने 25 हजार वोल्ट करंट छोड़ दिया। करंट छोड़े जाने के बाद गजरौला, चांदपुर व बिजनौर रेल मार्ग पर इलेक्ट्रिक ट्रेन दौड़ने की उम्मीद जग गई है। इसके लिए रेलवे के कमिश्नर आफ रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) के फरवरी माह में दौरा प्रस्तावित है। इसके बाद इलेक्ट्रिक ट्रेन संचालन की मंजूरी मिल जाएगी।