कांग्रेस ने टनकपुर से दिल्ली के लिए चलाई गई जनशताब्दी ट्रेन को पर्वतीय प्रदेश के लोगों के लिए झुनझुना बताते हुए सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और पुतला जलाया। उन्होंने कहा कि पुरानी ट्रेन का नाम बदलकर सरकार ने प्रदेश के लोगों को छलने का काम किया है। छह घंटे के सफर में 11घंटे में पहुंचाने वाले ट्रेन थमाकर जनता को बेवकूफ बनाया जा रहा है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इससे तो अच्छा है कि सरकार वॉल्वो बस संचालित कर देती।रविवार को यूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ऋषेंद्र महर के नेतृत्व में कार्यकर्ता गांधी चौक पहुंचे और प्रदेश व केंद्र सरकार का पुतला जलाया। महर ने कहा सीमांत के अधिकतर लोग देश की राजधानी दिल्ली का सफर करते हैं। लेकिन सरकार ने उनके सफर को आरामदायक बनाने के बजाय इसे कठिन बना दिया है। सरकार ने टनकपुर से दिल्ली के लिए पूर्णागिरी जनशताब्दी ट्रेन संचालित कर केवल जनता को छलने का...
more... काम है। काठगोदाम से शताब्दी एक्सप्रेस रेल मात्र छह घंटे में यात्रियों को दिल्ली पहुंचाती है। लेकिन टनकपुर से चलाई गई जनशताब्दी ट्रेन से दिल्ली पहुंचने में 11 घंटे लग रहे हैं। 24स्टेशनों में रुककर दोगुने समय में दिल्ली पहुंचाने वाली इस ट्रेन से तो अच्छा था कि सरकार वॉल्वो बसों का संचालन कर देती। कार्यकर्ताओं ने कहा नांगलडैम एक्सप्रेस का नाम बदलकर जनशताब्दी ट्रेन करने से काम नहीं चलेगा। कहा सरकार पर्वतीय क्षेत्रों के विकास की बात करती है। लेकिन इस तरह की ट्रेनों का संचालन कर यहां की जनता को धोखा दिया जा रहा है। कहा डबल इंजन की सरकार को यह समझना होगा कि जनता वेवकूफ नहीं है। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने प्रदेश व केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए। चेतावनी देते हुए कहा दोनों सरकारों ने अपनी जनता को छलना बंद नहीं किया तो वे सड़कों पर उतरेगी।