दुबे जी, आखिर अकेले अकेले KK को Travel कर लिए हो। अपना साथ जाने का program बना था कुछ समय पहले। चलो कोई नहीं, दुबारा KK को नाप देगें। पर रात वाली गवड़िया से नाहीं, दिन वाली चलने से ज्यादा रूकने वाली प्यारी सी छुई-मुई passenger से। रात को कुछ नहीं दिखने वाला KK के मखमली से बिछे नायाब नजारों का तोहफा।