रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। रायपुर रेलवे स्टेशन में शनिवार को सीआरपीएफ के तीन कंपनियों के जवानों को लेने खड़ी स्पेशल ट्रेन में विस्फोट की घटना की जांच रायपुर जीआरपी-आरपीएफ की टीम ने मिलकर शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में यह साफ हुआ है कि यह घटना अकस्मात हुआ है। काफी संवेदनशील माने जाने वाले डेटोनेटर और डमी कारतूस से भरा बाक्स सीआरपीएफ के घायल हेड कांस्टेबल चव्हाण विकास लक्ष्मण के हाथ से छूटकर गिरने से विस्फोट हुआ था।
इस घटना में जवान की प्रारंभिक गलती नहीं मानी जा रही है। हालांकि, सीआरपीएफ की टीम भी इस मामले की विभागीय जांच में जुट गई है। जीआरपी को लिखित में घटना की जानकारी देकर सीआरपीएफ कमांडेंट ने विस्फोट कैसे हुआ, इसकी जांच करने...
more... के आदेश दिए हैं। घायल जवानों का बयान भी दर्ज किया जाएगा।
हालांकि, निजी अस्पताल में भर्ती हेड कांस्टेबल चव्हाण विकास लक्ष्मण फिलहाल बयान देने की हालत में नहीं है। पूरे घटनाक्रम की सीआरपीएफ भी विभागीय जांच कर रही है। वहीं, जीआरपी भी एक रिपोर्ट बनाकर मुख्यालय को सौंपेगी।
रायपुर जीआरपी के थाना प्रभारी आरके बोरर्झा ने बताया कि इस हादसे की विभिन्न बिंदुओं पर जांच की जा रही है। हादसा किस वजह से हुआ, लापरवाही या चूक हुई है। घायल जवान चहवाण विकास लक्ष्मण समेत अधिकारियों का बयान दर्ज किया जाएगा। आपरेशन के बाद जवान की हालत डाक्टरों ने खतरे से बाहर बताया है। बोगी नंबर नौ के गेट के पास धमाका हुआ था।
वहां से लोहे का टुकड़ा, एसडी कार्तिज (डेटोनेटर) से भरा क्षतिग्रस्त फ्यूज बाक्स, डमी कारतूस आदि जब्त कर उसे फॉरेंसिक लैब में परीक्षण के लिए भेजा जा रहा है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यात्री ट्रेन की बोगी में अगर विस्फोट हुआ होता तो बड़ा हादसा हो सकता था।
यह था मामला
शनिवार सुबह झारसुगुड़ा से जम्मू तवी जाने के लिए खड़ी सीआरपीएफ जवानों की 22 बोगियों के ट्रेन में सीआरपीएफ की तीन कंपनियों के करीब ढाई सौ जवान बैठ रहे थे।सामान लोडिंग के दौरान इगनाईटर सेट और ट्यूब लाचिंग में इस्तेमाल किए जाने वाला एसडी कार्तिज (डेटोनेटर) से भरा एक फ्यूज बाक्स ट्रेन के बोगी नंबर नौ के गेट के पास जवान के हाथ से छूट गया था। इससे होने से चपेट में आकर सीआरपीएफ के हेड कांस्टेबल चहवाण विकास लक्ष्मण समेत चार जवान घायल हो गए थे।
वर्जन-
ट्रेन में डेटोनेटर विस्फोट होने के सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं। यह हादसा था या फिर किसी तरह की लापरवाही या चूक हुई है, यह जांच उपरांत ही साफ हो पायेगा। घायल जवान के साथ साथी जवान का बयान दर्ज कर घटना की वजह जानने की कोशिश होगी। सेंसिटिव मटेरियल ले जाते समय कई बार झटका लगने से ऐसा हादसा हो सकता है।
-राजीव रंजन, कमांडेंट, 211 वीं बटालियन-सीआरपीएफ