चक्रधरपुर. रेल मंडल के बरसुआं और बिलमगढ़ में मालगाड़ी के इंजन का ब्रेक फेल होने से मंगलवार देर शाम बड़ा रेल हादसा हो गया है. हादसे का इसी बात से अंदाजा लगाता जा सकता है कि दुर्घटना में सभी बोगियों के परखचे उड़ गये और करीब एक किलोमीटर तक रेल पटरी, ओएचई खंभे सहित सभी सिस्टम क्षतिग्रस्त हो गये.
जब मालगाड़ी का ब्रेक फेल हो गया तो गाड़ी के चालक और गार्ड ने चलती मालगाड़ी से कूद कर अपनी जान बचायी. नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था. इस हादसे में राहत...
more... की बात यह रही कि केवल दो रेलकर्मियों को मामूली चोटें आयी हैं.
चक्रधरपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम विजय कुमार यादव की मानें तो बरसुआं रेलवे साइडिंग से लोहा पत्थर लदी 59 बोगी सहित इंजन मिला कर कुल साठ डिब्बे की मालगाड़ी को बरसुआं मेन लाइन पर लाया जा रहा था कि इसी दौरान ब्रेक फेल हो गया. ढलान होने के कारण मालगाड़ी करीब 120 की स्पीड आगे बढऩे लगी. यह मालगाड़ी बरसुआं से लोहा पत्थर लाद कर राउरकेला आ रही थी.
सीनियर डीसीएम विजय कुमार यादव ने कहा कि अनियंत्रित मालगाड़ी जब बरुआं से आगे बढ़ी तो इसी दौरान मालगाड़ी करीब दो पार्ट में हो गई और बरसुआं से आगे बढऩे के बाद कुछ डिब्बे बेपटरी हो गये. अनियंत्रित मालगाड़ी को बेपटरी कराने की योजन बनायी गई और इसके तहत बिलमगढ़ रेलवे स्टेशन के प्वाइंट नंबर चार पर मालगाड़ी को भेजकर बेपटरी कराया गया.
इसमें करीब इंजन सहित 31 डिब्बे पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गये हैं. उन्होंने कहा कि इस दुर्घटना में सहायक लोको पायलट और प्वांइंट मैन को चोंट आयी है, जबकि अन्य कर्मचारी सुरक्षित हैं. उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है कि रेलवे को आर्थिक नुकसान हुआ है, लेकिन किसी की जान नहीं गई.
राहत व बचाव कार्य में जुटे अधिकारी
दुर्घटना के बाद चक्रधरपुर, रांची, डांगुवापोशी, बंडामुंडा सहित कई जगहों से क्रेन मंगाकर क्षतिग्रस्त बोगियों को रेल लाइन से हटाने का काम शुरू कर दिया गया है. सीनियर डीसीएम की मानें तो अगले 36 घंटे में लाइन को दुरुस्त कर लोडिंग का कार्य शुरू कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि वर्तमान में लोडिंग का काम रुका नहीं है. वर्तमान में पटासाई तक लोडिंग का काम जारी है.