मंज़ूर की गई परियोजना मालदा-गुवाहाटी मुख्य रेल लाइन का हिस्सा है। पूर्वोत्तर क्षेत्र को जोड़ने वाले रूट पर यह अकेला 51 किमी. का हिस्सा बाकी बचा है, जहां पटरियों का दोहरीकरण किया जाना है, और इस क्षेत्र के समग्र विकास और अन्य दोहरीकरण परियोजनाओं एवं इस खंड में पूर्ण हुए गेज परिवर्तन परियोजनाओं का लाभ उठाने के लिए यह आवश्यक हो गया था। रानीनगर जलपाईगुड़ी से समुकताला रोड के मध्य इस खंड का लाइन क्षमता उपयोग 145.70 फीसदी है। वर्तमान 22 रेलों की खंड क्षमता की तुलना में यहां से 38 रेल गुजर रही हैं। इसलिए इस क्षेत्र के समग्र विकास और यात्री तथा माल गाड़ियों के परिचालन में तेज़ी लाने के लिए इस रेलवे लाइन का दोहरीकरण बहुत आवश्यक हो गया है।