भेस्तान स्टेशन पर पश्चिम रेलवे ने एक्सप्रेस ट्रेनों के स्टॉपेज की प्रक्रिया शुरू की है। यहां का प्लेटफॉर्म एक्सप्रेस ट्रेनों के काबिल नहीं है। 15 डिब्बों का प्लेटफॉर्म है, जिसकी ऊंचाई भी बहुत कम है। यहां पहले शटल और पैसेंजर ट्रेनें ही रुकती थी। सूरत और उधना जैसी सुविधाएं नहीं हैं। सोमवार को भेस्तान रेलवे स्टेशन पर बांद्रा-पटना सुपरफास्ट एक्सप्रेस रात 9 बजे पहुंची तो इसके 15 कोच ही प्लेटफाॅर्म पर थे, जबकि शेष कोच प्लेटफॉर्म के बाहर और अंधेरे में खड़े थे।
सबसे पहले भेस्तान स्टेशन पर बांद्रा-सहरसा हमसफर एक्सप्रेस आकर रुकी थी। प्लेटफाॅर्म से कोच के दरवाजे के बीच का अंतर 1 मीटर था यानी कि दरवाजे से प्लेटफॉर्म एक मीटर नीचे थे। इससे यात्रियों को चढ़ने-उतरने में परेशानी हो...
more... रही थी।
उधना में अभी बांद्रा और वलसाड समेत 6 जोड़ी ट्रेने ठहरती थी, अब इन्हें भेस्तान में शिफ्ट कर दिया गया है। शुरुआत में दो जोड़ी ट्रेनें बांद्रा-पटना और बांद्रा-सहरसा हमसफर एक्सप्रेस को रोका जा रहा है। ये ट्रेनें भेस्तान से 2 किलोमीटर सिंगल बाईपास लाइन से डायवर्ड होकर सीधे चलथान से होते हुए जलगांव लाइन पर शिफ्ट हो जाएंगी।
स्थिति: प्लेटफॉर्म पर अंधेरा, यात्रियों की भी कोई सुरक्षा नहीं
रात 9 बजे बांद्रा-पटना एक्सप्रेस ट्रेन भेस्तान पहुंची तो प्लेटफॉर्म पर घना अंधेरा था। प्लेटफॉर्म पर बिजली की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी। प्लेटफॉर्म पर न तो कोई स्टॉल है और न ही पीने के पानी की व्यवस्था है। भेस्तान मेन रोड से स्टेशन तक जाने वाला रास्ता भी ठीक नहीं है। इससे यात्रियों को काफी दिक्कतें होती हैं। भेस्तान रेलवे स्टेशन पर रात में यात्रियों की कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं है।
कोरोनाकाल से पहले उधना से ट्रेने भेस्तान आकर इंजन बदलती थी और मुंबई से आने वाली ट्रेनें जलगांव जाने के लिए यहां डायवर्ट हो जाती थी। अब यहां नया स्टाॅपेज बनाया गया है। पश्चिम रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि भेस्तान में ट्रेनों का ठहराव शुरू कर दिया गया है। जल्द ही प्लेटफॉर्म समेत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। प्लेटफॉर्म की ऊंचाई और लंबाई बढ़ाने का काम जल्द शुरू होगा। यात्रियों को यहां से ट्रेन पकड़ने में आसानी होगी।