ग्वालियर. नईदुनिया प्रतिनिधि। ग्वालियर आरपीएफ प्रभारी के तौर पर संजय कुमार आर्य आज पदभार संभाल रहे हैं। उनके सामने दो बड़ी चुनौती है। सबसे पहले तो रेल कीचेन पुलिंग पर कंट्रोल करना और दूसरी मुश्किल चुनौती होगी रेलवे सामान की चोरी रोकना। क्योंकि पार्सल से लेकर तेल के टेेंकर से तेल तक चोरी हो जाता है। मालगाड़ी से शक्कर व आनाज की बोरी और टैंकर से पेट्राेल,डीजल व खाने का तेल तक चोरी हो जाता है। लेकिन इस चोरी को आजतक कोई भी अफसर नहीं रोक सका।
दूसरी बड़ी चुनाैती होगी स्टेशन से जेब कतरों को हटाने की। जो वर्षो से पुलिस के रहमो करम पर रेलवे स्टेशन के आसपास मढ़राते रहे हैं। इसके साथ ही रेलवे सामान की सुरक्षा और...
more... ट्रेन से सामान पार होने से लेकर अनगिनत वेंडर की संख्या पर लगाम लगाने की। मानमाने वेंडर ओर आॅवरचाजिंग समस्या बनी हुई है। गौरतलब है कि आइजी के आदेश के बाद रविवार को ग्वालियर आरपीएफ के प्रभारी आनंदस्वरुप पांडे रविवार को कार्य मुक्त हो गए। सोमवार को आज संजय कुमार आर्य पदभार ग्रहण करेंगे और आरपीएफ के नए प्रभारी के तौर पर कार्यभार संभालेंगे। रेल सुरक्षा बल के आईजी का आदेश जारी हुआ । जिसमें उन्होनें कहा कि जिन कर्मचारियों के स्थानांतरण हुए चार माह का वक्त बीत चुका है और वह अभी तक रिलीव नहीं हुए वह तत्काल रिलीव हों और 30 सितंबर तक स्थानंतरित हुए कर्मचारी अपना चार्ज छोड़ दें। इसके बाद आगरा व झांसी मंडल में तैनात आरपीएफ के आरक्षक से लेकर निरीक्षक के जवान रिलीव हो गए। असल में आरपीएफ के अफसरों ने चार माह पहले स्थानांतरण आदेश जारी किया था। लेकिन कोविड के चलते रेलवे के अफसरों ने इस पर रोक लगाते हुए स्थानांतरित हुए कर्मचारियों को यथा स्थान यथावत कार्य करने के निर्देश जारी किए थे। जिसके बाद से जिन आरक्षक से लेकर निरीक्षक तक के अधिकारियों व कर्मचारियों स्थानांतरण हुए वह यथावत काम करने लगे थे।