Bhopal News: भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) से विकसित किए गए हबीबगंज रेलवे स्टेशन का 15 नवंबर को लोकार्पण तय है। इसी दिन स्टेशन को नया नाम भी मिल सकता है। ये दोनों सौगात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दी जा सकती है। रेलवे बोर्ड, मप्र शासन और पश्चिम-मध्य रेलवे के अधिकारी इसकी तैयारी करने में जुटे हैं।
हबीबगंज स्टेशन को 450 करोड़ रुपये से विकसित किया जा रहा है। इसमें से 100 करोड़ रुपये से यात्री सुविधाओं से जुड़े काम पूरे कर लिए हैं। बाकी के 350 करोड़ रुपये से स्टेशन परिसर में व्यवसायिक गतिविधियों से जुड़े काम चल रहे हैं।
लंबे...
more... समय से लोकार्पण का इंतजार
हबीबगंज रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं से जुड़े काम करीब छह माह पूर्व ही पूरे कर लिए गए हैं। वैसे ये सभी काम जुलाई 2019 में पूरे होने थे, लेकिन तकनीकी कारणों के चलते देरी हो गई। फिर कोरोना महामारी के चलते देरी हो गई। यह स्टेशन केंद्र सरकार के महत्वपूर्ण प्रोजेक्टों में शामिल रहा है, जिसे आधार बनाकर 400 स्टेशनों को निजी भागीदारी से विकसित करने की योजना है। तत्कालीन रेलमंत्री पीयूष गोयल ने पूर्व में स्टेशन का दो बार निरीक्षण किया था। तभी से तय था कि जब भी काम पूरे होंगे, तब प्रधानमंत्री द्वारा लोकार्पण किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक 15 नंवबर को जनजातीय गौरव दिवस मनाया जाना है। इसके लिए जंबूरी मैदान में विशाल कार्यक्रम होना है। जिसमें प्रधानमंत्री के शामिल होने की संभावना है। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री इस दिन हबीबगंज स्टेशन का लोकार्पण कर सकते हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर करने की मांग
हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नया नामकरण करने की पांच साल पूर्व भाजपा नेता और पूर्व राज्यसभा सदस्य प्रभात झा ने मांग की थी। तब उन्होंने कहा था कि हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नामकरण प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर किया जाए। तब से कई बार यह मांग उठ चुकी है। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि यदि प्रधानमंत्री लोकार्पण करते हैं तो स्टेशन का नामकरण भी पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर कर सकते हैं।