विस्तार माघ मेले के दूसरे स्नान पर्व पौष पूर्णिमा के अवसर पर रेलवे द्वारा प्रयागराज रामबाग स्टेशन से बनारस के लिए स्पेशल ट्रेन तो चलाई गई लेकिन उसे गिनती के ही यात्री मिले। ट्रेन रवाना होने के बाद टिकट बिक्री के आंकड़े चौंकाने वाले रहे। 12 कोच की स्पेशल ट्रेन के लिए महज 19 टिकट ही बिके।विज्ञापनइससे रेलवे को सिर्फ 690 रुपये की आय हुई। यात्री कम होने की वजह से रामबाग से बनारस के लिए चलने वाली दूसरी ट्रेन रेलवे ने निरस्त कर दी।कोरोना के बढ़ते संक्रमण की वजह से इस बार माघ मेले में ट्रेनों से सफर करने वाले यात्रियों की संख्या में खासी गिरावट आई है। रेलवे के टिकट बिक्री के आंकड़े इस बात की तसदीक भी करते हैं।मकर संक्रांति के अवसर पर रेलवे द्वारा रामबाग से बनारस के लिए दो स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया गया, लेकिन टिकट सिर्फ 16 ही बिके। यही स्थिति पौष पूर्णिमा पर...
more... भी रही। रामबाग से सोमवार को दो स्पेशल ट्रेन का संचालन होना था, लेकिन सुबह यात्री न होने की वजह से पहली ट्रेन निरस्त कर दी गई।इसके बाद दूसरी ट्रेन जो गई उसके भी महज 19 टिकट ही बिके। इसी तरह मेला क्षेत्र में उत्तर मध्य रेलवे द्वारा बनाए गए अनारक्षित काउंटर से भी महज तीन टिकट ही बिके। वहीं प्रयागराज जंक्शन की बात करें तो यहां टिकट बिक्री का आंकड़ा 150 के आसपास रहा, जबकि प्लेटफार्म टिकट 400 के आसपास बिके। वहीं दूसरी ओर यूपी रोडवेज द्वारा भीड़ न होने की वजह से अतिरिक्त बसों का संचालन सोमवार को नहीं किया गया।मकर संक्राति की तरह पौष पूर्णिमा पर भी रूटीन की 560 बसों से ही यात्रियों की आवाजाही हो गई। इस दौरान क्षेत्रीय प्रबंधक टीकेएस बिसेन समेत अन्य अफसर दिन भर सिविल लाइंस बस स्टेशन पर ही मौजूद रहे।