बिलासपुर। रेलवे बोर्ड के आदेश पर बिलासपुर में भी ट्रेनों के पेंट्रीकार की जांच करने के लिए 10 दिन का अभियान चलाया जा रहा है। इसी के तहत शनिवार को वाणिज्य निरीक्षकों की टीम ने सुबह उत्कल एक्सप्रेस और उसके बाद हावड़ा- अहमदाबाद एक्सप्रेस के पेंट्रीकार औचक जांच की। पर उन्हें एक भी खामियां नहीं मिलीं। माना जा रहा है कि इस अभियान की जानकारी पहले ही पेंट्रीकार संचालकों तक पहुंच गई है। इसलिए वह पहले से सजग हो गए हैं। अभियान के दौरान कमियां खोज पाना रेलवे की टीम के मुश्किल होगा।
रेलवे बोर्ड द्वारा समय- समय पर इस तरह अभियान चलाने के निर्देश दिए जाते हैं। 10 दिन का यह अभियान पिछले साल भी हुआ था। दरअसल यह...
more... जांच कब और किस तिथि में करनी है यह शिकायतों पर निर्भर करता है। रेलवे हो या आइआरसीटीसी, इनके पास जो शिकायतें आतीं है, उसक आंकलन किया जाता है। पिछले कुछ महीनों की बात करें तो खानपान को लेकर ढेरों शिकायतें हुईं है।
जिसे देखते हुए रेलवे बोर्ड सभी जोन के पीसीसीएम को निर्देश देकर 10 दिन का विशेष अभियान चलाने के लिए कहा है। जांच शुक्रवार से हुई शुरू हो गई है। पर अभियान शनिवार से जोर पकड़ा है। बिलासपुर रेल मंडल में 10 दिन जांच का एक खाका तैयार किया गया है। जिसमें कौन से अधिकारी कब और किस ट्रेन में जांच करेंगे यह किया गया। इसी तहत ही जिन वाणिज्य निरीक्षकों को जिम्मेदारी सौंपी गई थी वे आइआरसीटीसी स्टाफ के साथ सबसे ऋषिकेश नगरी-पुरी उत्कल की पेंट्रीकार में दबिश दी। जांच टीम को देखकर पेंट्रीकार के मैनेजर से लेकर कर्मचारी सकते में आ गए।
हालांकि जब इनकी जांच शुरू हुई तो उन्हें किसी तरह की खामियां नहीं मिली। केवल गंदगी को लेकर थोड़ी अव्यवस्था मिली, जिसे लेकर सख्त निर्देश दिए गए। इसके कुछ दे बाद हावड़ा- अहमदाबा एक्सप्रेस पहुंची। इसमें भी पेंट्रीकार में गंदगी थी। जांच के दौरान सभी कर्मचारियों के यूनिफार्म, आईकार्ड, मेडिकल कार्ड के अलावा वेंडिंग से जुटे कागजात देखे गए। यह जांच अभी जारी रहेगी। टीम अब किसी भी समय दबिश देकर जांच कर सकते हैं।