पीलीभीत। आखिर कब दौड़ेंगीं शाहजहांपुर रेल खंड पर ट्रेनें। इस रूट के यात्री पिछले तीन सालों से यही जवाब तलाश रहे हैं। मगर अभी तक इसका जवाब न तो जनप्रतिनिधि दे सके और न ही रेलवे के अफसर। दो जोड़ी पैसेंजर ट्रेनों का जल्द ही संचालन शुरू हो जाएगा। यह पिछले नौ माह से लोगों को बताया जा रहा है। ...
more... पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से किराया आसमान छूने लगा है। ऊबड़ खाबड़ सड़कों से यात्रा करना भी खतरनाक है। लोगों का कहना है कि ट्रेनों का सफर सुरक्षित और सस्ता होता है। मगर रेलवे की ओर से ट्रेनों के संचालन को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। आमान परिवर्तन के दौरान काम पूरा होने के बाद ट्रेनों के चलने की उम्मीद थी। मगर अब शाहजहांपुर-पीलीभीत के बीच आमान परिवर्तन का काम पिछले नौ माह पहले पूरा हो चुका है। इलेक्ट्रिक ट्रेनों को दौड़ने के लिए विद्युत लाइन का भी काम पूरा हो गया है। मालगाड़ियां भी दौड़ रहीं हैं। मगर सवारी गाड़ी कब दौड़ेगी। इसको लेकर असमंजस की स्थित बनी है। इसकी मुख्य वजह है कि जनप्रतिनिधि जनता की आवाज को शासन तक नहीं उठा पा रहे हैं। इसका खामियाजा इस रूट के यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है। तीन साल पहले आमान परिवर्तन का काम शुरू हुआ, तो लगा अब जल्दी ब्राडगेज की ट्रेनों से सफर मिल जाएगा। नौ माह पहले काम पूरा हो चुका है, मगर ट्रेनों का संचालन अभी तक शुरू नहीं हुआ। इस ओर जनप्रतिनिधियों को गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है। - विष्णु बाजपेयी, कुमार अधिवक्ता पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों से सफर महंगा हो रहा है। ऊबड़ खाबड़ सड़कों से सफर भी जोखिम भरा रहता है। ट्रेनों का सफर सुरक्षित और सस्ता है। पिछले तीन साल से ट्रेनों के संचालन को लेकर इंतजार कर रहे हैं, मगर कब ट्रेनों का संचालन शुरू होगा। किसी के पास जबाव नहीं है। - नरेंद्र पांडेय, जसाई नगर बीसलपुर शाहजहांपुर रेल खंड पर ट्रेनों का संचालन शुरू होने से कभी आसानी हो जाएगी। अभी बरेली होते हुए लखनऊ के लिए ट्रेन मिलती है। मगर इस रूट पर ट्रेन चलने से सीधी ट्रेन मिलने लगेगी। अक्सर व्यापार के सिलसिले में बाहर जाना पड़ता है। ऊबड़ खाबड़ सड़कों से सफर में काफी दिक्कत होती है। देवव्रत शर्मा, व्यापारी ट्रेनों के संचालन को लेकर लगातार मांग की जा रही है। राज्यमंत्री से मिलकर शाहजहांपुर-पीलीभीत के बीच ट्रेनों के संचालन को लेकर वार्ता की जाएगी। ट्रेनों के संचालन से क्षेत्रीय जनता को काफी लाभ मिलेगा। कसबा भी तरीके की ओर अग्रसर होगा। - कमलेश गंगवार, ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि बरखेड़ा