सोहावल। अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन को उच्चीकृत करने के लिए सलारपुर स्टेशन के पास बनने वाले मालगाड़ियों के टर्मिनल का रास्ता साफ होता दिखाई पड़ रहा है। विभाग ने इसके लिए चार गांवों के 132 गाटा नंबरों को आरक्षित कर विज्ञप्ति जारी कर दी है। इसे लेकर प्रभावित होेने वाले किसानों में खलबली मच गई है। दर्जनों लोग अपने हितों की चिंता को लेकर प्रतिदिन तहसील मुख्यालय पहुंच रहे हैं और वास्तविकता जानने की कोशिश में लगे हैं। इस आरक्षित भूमि में किसानों की निजी व सरकारी खातों की भूमि शामिल है। सोहावल तहसील के राजस्व गांव हरीपुर जलालाबाद के लगभग 22, रायपुर के 15, कोटसराय के 54, घाटमपुर के 41 गाटा नंबरों के अधिग्रहण की विज्ञप्ति जारी हुई है। ऐसे में किसान तहसील और रेलवे के कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं। इन्हें समझाने-बुझाने में अधिकारियों को पसीना आ रहा है। शनिवार को इन गांवों से जुड़े किसान हफीज, राम...
more... प्रसाद, प्रताप, मिलन, रोहित, राम कुमार, तुलसी आदि ने कहा कि राजस्व विभाग ने कब भूमि दे दी, पता ही नहीं चला। अब सभी को अपनी भूमि को लेकर मिलने वाले मुआवजे की राशि को लेकर चिंता सता रही है।
बतातें चलें कि पर्यटन विभाग के ही वाहन पार्किंग के लिए चयनित की गई भूमि भी इन्हीं प्रभावित हो रहे गांव कोटसराय, फिरोजपुर, घाटमपुर से जुड़ी है, जहां से पचास-पचास एकड़ भूमि के आरक्षित किए जाने की प्रक्रिया चल रही है और किसानों की सहमति पत्र भरवाने में राजस्व महकमे को एड़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है, लेकिन कुछ गांव के किसान निर्धारित रेट से ज्यादा मूल्य मांग कर अड़े हुए है। तहसीलदार प्रमेश कुमार ने बताया कि मालगाड़ियों के टर्मिनल के लिए चिन्हित भूमि राजस्व विभाग ने कुछ महीने पहले रेल विभाग को सौंपी थी। किसानों को समझा-बुझाकर सहमत कराया जा रहा है।