एनसीआर ने ट्रेनों को राइट टाइम पहुंचाने का नया कीर्तिमान स्थापित किया है। 2015- 16 में मात्र 42 प्रतिशत ट्रेनें समय पर पहुंचती थीं पर अब यह आंकड़ा 80.48 प्रतिशत तक पहुंच गया है। लेटलतीफी का दाग मिटाने में एनसीआर ने नया रिकार्ड स्थापित किया है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। कवच जैसी एडवांस तकनीक के साथ बुलेट और सेमी बुलेट की तरफ बढ़ रहे उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) ने ट्रेनों को राइट टाइम पहुंचाने का नया कीर्तिमान स्थापित किया है। 2015- 16 में मात्र 42 प्रतिशत ट्रेनें समय पर पहुंचती थीं, पर अब यह आंकड़ा 80.48 प्रतिशत तक पहुंच गया है। लेटलतीफी का दाग मिटाने में एनसीआर ने नया रिकार्ड स्थापित किया है। आधारभूत संरचना का विस्तार करने के साथ डबल, तीसरी और...
more... चौथी लाइन बना रहे एनसीआर ने इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग, विद्युतीकरण, आटो रीसेट प्रणाली, आटोमैटिक सिग्नलिंग, निर्बाध विद्युत आपूर्ति, इंटीग्रेटेड पावर सप्लाई सिस्टम, आरओबी, आरयूबी के जाल से ट्रेनों की लेटलतीफी न्यूनतम की है और ट्रेनें राइट टाइम पर पहुंच रही हैं।
इस तरह हर साल बढ़ी उपलब्धि
2015-16 में 42 प्रतिशत, 2016-17 में 46, 2017-18 में 52, 2018-19 में 47, 2019-20 में 55, 2020-21 में 86, 2021-22 में 80.48 प्रतिशत ट्रेनें राइट टाइम रहीं। लेकिन 2020-21 में बहुत कम ट्रेनों का संचालन हुआ, जिसके कारण 2021 -22 के आंकड़े ही सही तस्वीर दिखा रहे हैं। इस उपलब्धि पर एनसीआर के महाप्रबंधक प्रमोद कुमार ने कहा कि हम तेजी के साथ यार्ड रीमाडलिंग, विद्युतीकरण व नई लाइनों को शुरू करने व स्वचलित संचालन से शत प्रतिशत समयपालनता की ओर बढ़ रहे हैं। बढ़ती मांग के अनुरूप संरचनात्मक बाधाओं को दूर कर क्षमता विस्तार किया जा रहा है, जिससे गतिशीलता में सुधार होगा।
आधारभूत संरचना के ये कार्य हुए
-कानपुर-वीरांगना लक्ष्मीबाई मार्ग पर 51.2 किमी दोहरीकरण ।
-नैनी से छिवकी खंड, धौलपुर से भांडई, वीरांगना लक्ष्मीबाई से बबीना पर 71.89 किमी तीसरी लाइन।
-भाऊपुर और पनकी 10.245 किमी, छात्ता-अझई-वृंदावन-भूतेश्वर के बीच 28.04 किमी, मथुरा-पलवल 80 किलोमीटर चौथी लाइन पूरी।
-18 नए फुट ओवर ब्रिज, 46 फुट ओवर ब्रिज का सुधार हुआ।
-आठ नए रोड ओवर ब्रिज और 46 नए रोड अंडर ब्रिज पूरे हुए।
-आठ स्टेशनों पर कवर ओवर प्लेटफार्म, 21 स्टेशनों पर प्लेटफार्म विस्तार हुआ।