अगर राजनीतिक मजूरी है तो सिर्फ इंजन चला दे ट्रैन बोर्ड लगाकर , फिर भी किसी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा ..जब इस ट्रैन को कोई सवारी मिलती ही नहीं है तो चलना क्यों ...सिर्फ प्रतिष्ठा के नाम पर चला रहे है ...भोपाल - ग्वालियर या फिर भोपाल - नागपुर चलाये तो कोई मतलब भी हो