रेलवे ने रचा इतिहास। 8 साल के रिकार्ड समय में बिरौल से हरिनगर के बीच बना ही डाला 8 किलोमीटर नयी रेल लाइन, परिचालन जल्द। भगवान भला करें रेल लाइन मैदानी इलाके में बनना था, गलती से यह पहाड़ी इलाका होता तो हमारी प्यारी भारतीय रेल 80 साल जरूर लगा देती। यह वहीं रेलवे है जो हर रोज 8किलोमीटर नयी लाइन बनाने का दावा करती हैं। खैर हर साल एक किलोमीटर के हिसाब से रेल लाइन बनने वाली रेलवे कब कुशेश्वरस्थान और फिर कुशेश्वरस्थान से हसनपुर और खगड़िया तक लाइन बिछा पाती हैं, अब तो इस का ही इतंजार हैं। मालूम हो की लालू प्रसाद के रेल मंत्री कहते 2008 में बिरौल तक रेल लाइन का परिचालन शुरू किया गया था, जो 8साल बाद ही बिरौल तक ही अटकी हैं, और पूरी परियोजना 40 सालों से अटकी हैं।