भारतीय रेल की धरोहर है, जमालपुर रेल इंजन कारखाना
By Publish Date:Tue, 07 Feb 2017 03:01 AM (IST) | Updated Date:Tue, 07 Feb 2017 03:01 AM (IST)
केएम राज, जमालपुर, मुंगेर : राजनीति के उपेक्षा का दंश झेल रहे जमालपुर रेल इंजन कारखाना अपनी उपलब्धियों के बल पर भारतीय रेल को नित्य नए मुकाम पर पहुंचाने में अहम योगदान दे रही है।
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more... फरवरी 1862 को लार्ड कर्जन द्वारा स्थापित जमालपुर रेल इंजन कारखाना की कभी एशिया महादेश में एक अलग साख थी। लेकिन, आजादी के बाद से जमालपुर रेल कारखाना की उपेक्षा शुरू हुई। अपने स्थापना 154 वें वर्ष में भी जमालपुर रेल कारखाना भारतीय रेल के विकास में अहम योगदान दे रही है। आजाद भारत में सबसे अधिक रेल मंत्री बिहार से ही हुए। इसके बावजूद किसी ने जमालपुर रेल कारखाना के विकास में रूची नहीं दिखाई। स्थानीय लोग लंबे अर्से से जमालपुर कारखाना को निर्माण इकाई का दर्जा देने की मांग कर रहे हैं। लेकिन, इस दिशा में कोई प्रयास नहीं किया गया। जबकि, कम लागत में गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य और समय से पहले डिलिवरी जमालपुर रेल कारखाना की पहचान बनी हुई है।
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कारखाना के विकास के लिए मोर्चा है संघर्षरत
जमालपुर: कारखाना के विकास के लिए जमालपुर रेल निर्माण कारखाना संघर्ष मोर्चा निरंतर आंदोलनरत है। एक्ट अप्रेंटिस 2015 का परिणाम भी मोर्चा के आंदोलन का प्रतिफल है। मोर्चा के संयोजक सह सपा जिला अध्यक्ष पप्पू यादव ने कहा कि जमालपुर कारखाना को निर्माण इकाई का दर्जा दिलाने और रेलवे विश्वविद्यालय की स्थापना के सवाल मोर्चा का संघर्ष जारी है। जब तक यह मांगें पूरी नहीं की जाती है, तब तक हमलोगों का आंदोलन जारी रहेगा।