स्ट्रक्चर का होगा निर्माण:गया जंक्शन की पुरानी बिल्डिंग होगी ध्वस्त, पीपीपी मोड के तहत आधुनिक सुविधाओं से लैस स्ट्रक्चर का होगा निर्माण |
आरएलडीए के उपाध्यक्ष ने टीम के साथ किया जंक्शन का निरीक्षण
3 महीने में डीपीआर बनाने का लक्ष्य, स्थानीय प्रसिद्धि को मिलेगी जगह,
गया...
more... जंक्शन की करीब 100 साल से अधिक पुरानी बिल्डिंग को ध्वस्त कर दिया जाएगा। पीपीपी(पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मोड के तहत वर्ल्ड क्लास सुविधाओं से लैस स्ट्रक्चर का निर्माण होगा। जिसमें स्थानीय प्रसिद्धि को भी जगह मिलेगी। यात्रियों को सुविधाओं को लेकर बेहतर अनुभव मिलेगा। ये बातें रेल भूमि विकास प्राधिकरण नई दिल्ली के उपाध्यक्ष वेद प्रकाश दुदेजा ने कही। श्री दुदेजा नई दिल्ली से अपनी टीम के साथ गया जंक्शन का गहन निरीक्षण करने पहुंचे थे। टीम ने जंक्शन के प्लेटफार्म, सर्कुलेटिंग एरिया, डेल्हा साइड, जंक्शन की इंट्री प्वाइंट, परिसर की सड़क, सुरक्षा बाउंड्रीवाल सहित अन्य का गहनता के साथ निरीक्षण किया। डेवलपमेंट प्लान भविष्य के 45 वर्षों को ध्यान में रखकर किया जाएगा।
डेवलपमेंट के बाद यात्री एयरपोर्ट जैसी सुविधा व अनुभव कर सकेंगे। डेवलपमेंट के बाद ऐसी सुविधा होगी की ट्रेन से उतरने व चढ़ने वाले यात्री आपस में टच नहीं कर पाएंगे। प्रवेश व निकास के लिए अलग व्यवस्था होगी। लोको कॉलोनी का भी इसके तहत डेवलप किया जाएगा। बनने वाली नई रेल कॉलोनी आधुनिक सुविधाओं व भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर बनाई जाएगी। टीम में परियोजना सदस्य अंजनी कुमार, परियोजना के संयुक्त महाप्रबंधक प्रभात रंजन सिंह सहित आर्किटेक्चर शामिल थे। वहीं स्थानीय स्टेशन डायरेक्टर बी भरती, स्टेशन प्रबंधक केके त्रिपाठी, स्टेशन प्रबंधक बिपीन कुमार सिन्हा, रंजीत कुमार व अन्य थे।
डेल्हा साइड कंस्ट्रक्शन साइट प्लान का पेपर वर्कआअट किया
टीम ने जंक्शन के सेकेंड इंट्री डेल्हा साइड कंस्ट्रक्शन साइट प्लान का पेपर(मैप) वर्कआउट किया। हिंदले फिल्ड व नजदीक रेलवे क्वार्टर की भी जानकारी ली। डेल्हा की ओर परिसर में निकास व प्रवेश की जानकारी ली। वहीं रेलवे की भूमि की उपलब्धता के बारे में पूछताछ की।
तीन महीने में डीपीआर बनाने का लक्ष्य
पूरे आधारभूत स्ट्रक्चर का डीपीआर बनाने के लिए तीन से चार महीनों का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए संबंधित कंस्लटेंसी एजेंसी से संपर्क किया गया है। स्ट्रक्चर में गया की प्रसिद्धि से जुड़ी चीजों को दर्शाया जाएगा। इसके लिए वर्कआउट की जा रही है। पेयजल, पार्किंग, लाइटिंग, कनेक्टिविटी व अन्य की बेहतर सुविधा होगी।
टूरिज्म की जरुरतों का रखा जाएगा ध्यान आरएलडीए के पदाधिकारियों ने बताया कि पीपीपी मोड के तहत डेवलपमेंट होने वाला जंक्शन टूरिज्म आवश्यकता को ध्यान में रखकर किया जाएगा। गया व बोधगया में हर वर्ष काफी संख्या में पर्यटकों का मूवमेंट होता है । इसी के अनुरूप सुविधा का ख्याल रखा जाएगा।