श्रीमान यहाँ भाषा का झगडा नहीं करो -- सभी भाषा बहुत बढ़िया है -हिंदुस्तान की सरजमीं में हिन्दुस्तान में बोली जाने वाले सभी भाषाए ५६ पकवान के रूप में माँ भारती के हाथो में सुसज्जित होती है -और इस पकवान का भोग लगाना हर हिन्दुस्तानी का कर्त्तव्य है -- प्रत्येक हिन्दुस्तानी को हिंदिया भाषा आनी ही चाहिए -ठीक उसी तरह से सभी व्यक्ति दक्षिण की एक भाषा जरुर सीखना चाहिए --