जागरण संवाददाता, कासगंज : आधुनिक जमाने भी कासगंज आने वालों को डीजल इंजन से सफर करना पड़ता था। ट्रेन भले ही कितनी भी रफ्तार से आ रही हो, मथुरा में पहिए आधे घंटे के लिए थम जाते। यहां पर इलैक्ट्रिक इंजन हटाकर डीजल इंजन लगाया जाता। फिर अपनी नगरी तक का सफर 70-80 किमी प्रति घंटे की स्पीड से होता। मंगलवार को सीआरएस (केंद्रीय सुरक्षा आयुक्त) विद्युतीकृत ट्रेक का निरीक्षण करने आ रहे हैं। इसके बाद इस ट्रैक पर इलेक्ट्रिक ट्रेनों को हरी झंडी मिलने की संभावना है।
रेलवे अधिकारियों की माने तो कासगंज मथुरा और कानपुर के बीच ट्रैक पर विद्युतीकरण का कार्य पूरा हो चुका है। ट्रैक पर विद्युत इंजन से ट्रेनों का संचालन करने के लिए अब सिर्फ सीआरएस...
more... की मंजूरी मिलने का इंतजार है। मंगलवार को सीआरएस द्वारा निरीक्षण करने के साथ ही इलैक्ट्रोनिक इंजन से ट्रेनों का संचालन शुरु होने की पूरी संभावना है। विद्युत चलित ट्रेनों से कासगंज से मथुरा की दूरी भी कम होगी। इस वक्त डीजल इंजन से चलने वाली ट्रेन 80 से 90 किमी प्रति घंटा दौड़ती है, वहीं इन ट्रेनों की स्पीड इलैक्ट्रोनिक इंजन से 100 से 110 के बीच हो जाएगी।
कासगंज मथुरा और कासगंज कानपुर के बीच ईएमयू ट्रेनों का संचालन भी शुरू होने की उम्मीद है। हालांकि इसके लिए यात्रियों को अभी इंतजार करना होगा, क्योंकि सुरक्षा की दृष्टि से यात्री ट्रेनों को चलाने से पहले करीब एक माह तक इस ट्रैक पर माल गाड़ियों को इलैक्ट्रिक इंजन से दौड़ा कर ट्रॉयल लिया जाएगा, ताकि जो कमियां सामने आएं, उन्हें दूर किया जा सके।
दस से पांच मिनट ही रूका करेंगी ट्रेनें: कानपुर, मथुरा और बरेली की ओर आने वाली गिनी चुनी ट्रेनें भी अभी कासगंज में काफी देर तक रुकती हैं। इसकी वजह है कि इनके इंजन कासगंज से ही डीजल लेते हैं, जिसमें कभी कभी एक घंटे का वक्त लग जाता है। विद्युत चलित इंजन लगने के बाद डीजल का झंझट खत्म होगा। ट्रेनों का स्टॉपेज घटकर 5 से दस मिनट हो जाने से यात्रियों के समय की भी बचत होगी।
कई नई ट्रेनों के भी दौड़ने की संभावना : हालांकि अभी तक रेलवे की योजना स्पष्ट नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कई नई ट्रेन इस रूट पर दौड़ेंगी। हावड़ा दिल्ली रूट पर ट्रेनों का लोड अधिक है। ऐसे में इस ट्रैक के चालू होने के बाद कुछ ट्रेनों को यहां से गुजारा जा सकता है। इससे कासगंज के लोगों को दिल्ली के साथ लखनऊ, इलाहाबाद के साथ अन्य स्थानों पर जाने के लिए ट्रेनों की बेहतर सुविधा मिलने की उम्मीद है।
कासगंज: मथुरा कासगंज रेलवे ट्रैक के निरीक्षण के लिए केंद्रीय सुरक्षा आयुक्त रेलवे मंगलवार कासगंज पहुंचेंगे। वह मेडू से दरियावगंज तक रेलवे ट्रैक का निरीक्षण करेंगे। सीआरएस के निरीक्षण को लेकर स्थानीय प्रशासन द्वारा तैयारियां की गई हैं।
कासगंज-मथुरा ट्रैक के निरीक्षण के लिए सीआरएस सोमवार रात ही मथुरा पहुंचेंगे। मंगलवार को मथुरा के मेडू स्टेशन से कासगंज के दरियावगंज तक इलैक्ट्रिक रेल लाइन का निरीक्षण करेंगे। ध्यान रहे , पूर्व में भी सीआरएस का कार्यक्रम लगा था, लेकिन कुछ कारणों से स्थगित कर दिया गया। इस दौरान वह कासगंज रेलवे स्टेशन का भी निरीक्षण करेंगे। सीआरएस के निरीक्षण को लेकर स्थानीय रेल प्रशासन द्वारा सोमवार को तैयारियां की जाती रहीं।
सीआरएस का मिनट टू मिनट कार्यक्रम
सीआरएस 10:25 पर कासगंज पहुंचेंगे। 20 मिनट कासगंज स्टेशन पर रुक कर स्टेशन का निरीक्षण करेंगे। 11:05 पर वह बढ़ारी कला के लिए प्रस्थान करेंगे। 11:15 पर बढ़ाई कला स्टेशन पर पहुंचेंगे। 11:23 पर सहावर और 11:33 पर गंजडुंडवारा और 11:40 पर पटियाली पहुंचेंगे। जहां 15 मिनट रूक कर पटियाली और दरियावगंज का निरीक्षण करेंगे।
मथुरा से दरियाबगंज के बीच तैयार इलैक्टिक रेलवे लाइन