आज सब कुछ याद आ रहा है कि कहा कितना खर्च किया गया.मनोज सिन्हा के बदौलत ही आज जौनपुर को नई ट्रेन मिली है वरना तिनसुकिया, हरिहर, दुरगियाना, जैसे ट्रेनो का तो ठहराव भी नही है आपके ए ग्रेड जौनपुर मे. वही बी ग्रेड गाजीपुर मे राजधानी को छोड़कर सारी ट्रेन का ठहराव है 5 मिनट का जो भी उस रूट से गुजरती है. इतिहास को टटोलिये फिर बोलिये. मै भी गाजीपुर का हू स्टेशन पर तो मुझे कही नही दिखता कि 1600 करोड़ खर्च हुआ है. हा ताडीघाट मऊ रेल कम रोड पुल वो बड़ा काम हो रहा है जो 70 साल से पेंडिंग था. बस एसेलेटर, टाइलस, आरओ का 1600 करोड़ नही हो जाता