बिहारी लोग हमेशा सस्ती चीज पसन्द करते है । वो ट्रेन के जनरल डिब्बों में कैसे भी जगह बना लेते है। शायद लगभग बिहार के लोग जनरल में ही सफर करते है। इसमें कोई दोहराई नहीं है कि बिहारी लोग देसी अंदाज के लोग होते है। उन्हें सादा जीवन पसन्द होता है।
मैने राजस्थान और बिहार का अंतर देखा है, वहां हर चीज़ भी सस्ती है चाहे सरकारी चीज़े हो या प्राइवेट।
कोई भी सरकारी कार्य की एप्पलीकेशन जो राजस्थान में 400-500 में होती है वो बिहार सरकार 50 रुपये में उपलब्ध करवाती...
more... है। हां वो अलग बात है कि इससे सरकारी खजाना खाली हो जाता है और इंफ्रास्ट्रक्चर को बूस्ट नहीं मिल पाता।