PHOTOS: 133 साल पहले ऐसा दिखता था भोपाल का रेलवे स्टेशन
भोपाल। 16 अप्रैल 1853 को भारत में पहली रेल बोरीबंदर रेलवे स्टेशन से ठाणे के बीच चली थी। भोपाल में किस तरह रेलवे की शुरूआत हुई और कैसा लगता था भोपाल स्टेशन? इस बारे DAINIKBHASKAR.COM आपको फोटो के माध्यम से बता रहा है।
भोपाल से इटारसी के बीच बना था ट्रैक
भोपाल में...
more... रेलवे की शुरुआत कैसे हुई? इसकी जानकारी सुल्तान जहां बेगम ने 'गौहर ए इकबाल' किताब में दी है। इसका ट्रांसलेशन 1912 में लंदन में हुआ। इसके अनुसार, भोपाल स्टेट रेलवे का शुभारंभ शाहजहां बेगम के समय में हुआ। 1868 ईसवी तक मध्यभारत में कोई रेल नहीं थी। तब भोपाल और इटारसी के बीच ब्रांच लाइन बिछाने के लिए बेगम ने 35 लाख रुपए का योगदान दिया था। 18 नंवबर 1882 को शाम 4 बजे भोपाल रियासत में रेलवे की ओपनिंग सेरेमनी हुई।
इस तरह हुई भोपाल स्टेट रेलवे की शुरुआत
1868 तक नार्दन रेलवे ट्रैक आगरा तक था तो, दक्षिण में खंडवा तक। बीच में कोई रेलवे ट्रैक नहीं था। आगरा से मुंबई के बीच सड़क से ही यात्रा होती थी। इसी बीच भोपाल रियासत और आसपास महामारी फैली लेकिन संपर्क मार्ग न होने से राहत में देरी हुई। तब तक भारत में रेलवे का विकास शुरू हो गया था। इंदौर रियासत में खंडवा से इंदौर के बीच रेलवे ट्रैक बन गया था। तब ब्रिटिश अधिकारी सर हेनरी डेली ने भोपाल की नवाब शाहजहां बेगम से भोपाल से इटारसी के बीच रेलवे चलाने की बात की। इसके लिए भारत के गर्वनर जनरल और भोपाल की नवाब शाहजहां बेगम के बीच 29 दिसंबर 1877 को एक करार हुआ जिसके तहत इटारसी से भोपाल के बीच रेलवे ट्रैक बनना शुरू हुआ। रेलवे ट्रैक 1882 में बनकर तैयार हुआ। इसकी ओपनिंग में पहले गर्वनर जनरल को आना था लेकिन बाद में कर्नल बैनरमेन आए। इस रेलवे ट्रेक को बाद में भिलसा(विदिशा) तब बढ़ाया गया जिससे मध्यभारत की रेलवे कनेक्टीविटी पूरे देश में हो गई।