सहरसा में 12 करोड़ 36 लाख राशि से दूसरा अत्याधुनिक वाशिंग पिट बनेगा। रेलवे बोर्ड ने दूसरे वाशिंग पिट निर्माण के लिए मंजूरी दे दी है। निर्माण के लिए 12 करोड़ 36 लाख राशि की स्वीकृति दे दी है। दूसरा अत्याधुनिक वाशिंग पिट निर्माण के लिए समस्तीपुर मंडल ने मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा था। हाजीपुर मुख्यालय से स्वीकृति के लिए रेलवे बोर्ड को भेजा गया था। भेजे गए प्रस्ताव में 26 कोच वाली पिट लाइन, स्टेबलिंग लाइन सहित अन्य जरूरी कार्यों का होना आवश्यक बताया गया था। पहले से स्थित वाशिंग पिट परिसर में दूसरे वाशिंग पिट निर्माण के लिए जगह चिन्हित करते प्रस्ताव तैयार किया गया था। समस्तीपुर मंडल के सीनियर डीएमई रवीश रंजन ने कहा कि सहरसा में एडवांस मेंटेनेंस टेक्नोलॉजी वाला दूसरा वाशिंग पिट बनेगा। वाशिंग पिट निर्माण को रेलवे बोर्ड ने मंजूरी देते हुए 12 करोड़ 36 लाख राशि स्वीकृत किए हैं। वाशिंग पिट निर्माण की जवाबदेही वर्क्सशॉप प्रोजेक्ट...
more... ऑफिस पटना को दी गई है। समय पर होगी धुलाई सफाई लेट नहीं होगी ट्रेनें दूसरा वाशिंग पिट बनने के बाद ट्रेनों के धुलाई, सफाई और मेंटेनेंस कार्य में पिट लाइन पर जगह की कमी बाधक नहीं बनेगी। निर्धारित समय पर धुलाई, सफाई, मेंटेनेंस कार्य होंगे और सभी ट्रेनें राइट टाइम चलेगी। राज्यरानी सुपरफास्ट सहित अन्य ट्रेनों का विलंब से परिचालन नहीं होगा। समय से ट्रेनें वाशिंग पिट के लिए प्लेस कराते धुलाई, सफाई और मेंटेनेंस कर निकाली जाएगी। ट्रेनें विलंब नहीं होने से यात्रियों को राहत मिलेगी।सहरसा की सभी ट्रेनों का हो पाएगा मेंटेनेंस
इकलौते वाशिंग पिट रहने की वजह से सिर्फ नौ ट्रेनों के मेंटेनेंस कार्य हो पाते हैं। राज्यरानी, जनहित, वैशाली, पुरबिया, जनसाधारण, सहरसा-बांद्रा हमसफर सहित तीन अन्य ट्रेनों की धुलाई, सफाई व मेंटेनेंस कार्य होते। अन्य ट्रेनों की प्लेटफार्म पर सफाई होती। दूसरा वाशिंग पिट बनने के बाद 19 से 20 ट्रेनों के धुलाई, सफाई और मेंटेनेंस कार्य संभव हो पाएंगे। वाशिंग पिट परिसर में बनेगा एडीएमई ऑफिस और कॉन्फ्रेंस रूम : वाशिंग पिट परिसर में एडीएमई ऑफिस और कॉन्फ्रेंस रूम बनेगा। कॉन्फ्रेंस रूम में मोडिफिकेशन, डिजाइन पर चर्चा के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा रहेगी। पुणे में तैयार हो रहा ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट का मशीनशहर के सर्वा ढाला स्थित वाशिंग पिट के बाहर लगाए जाने वाले ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट का मशीन पुणे में तैयार हो रहा है। कोरोना संक्रमण से उत्पन्न हालात के बाद लगे लॉकडाउन के कारण इस कार्य में विलंब होने की बात कही जा रही है। इस प्लांट के लगने के बाद महज आठ मिनट में ट्रेन के 24 कोच के बाहरी हिस्से की समुचित धुलाई सफाई हो जाएगी। एक दिन में प्लांट में 11 ट्रेन के 250 कोच की धुलाई सफाई मशीन के जरिए होने से मैन्युअल में लगने वाले समय की काफी बचत होगी। रिसाइक्लिंग के कारण 80 प्रतिशत पानी की बचत की जाएगी। प्लांट निर्माण पर करीब सवा करोड़ रुपए खर्च होंगे।